सूरजपुर. जिले के सभी विधानसभाओं में आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए थे। जो आकर्षक था और अतिरिक्त सुविधाएं मुहैया कराई गई थी। जिले के तीनों विधानसभा के अंतर्गत कुल 728 मतदान केंद्र थे। 53 शहरी क्षेत्र व 675 ग्रामीण क्षेत्र में स्थित थे। इन मतदान केन्द्रो में 25 संगवारी मतदान केंद्र थे, जिसके संचालन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी महिला कर्मियों की थी। विधानसभा क्षेत्र प्रेमनगर(04) के अंतर्गत 10 संगवारी मतदान केन्द्र, भटगांव(05) क्षेत्रांतर्गत 10 एवं प्रतापपुर (06) में 05 संगवारी केन्द्र बनाये गये थे। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए एक-एक अर्थात कुल 03 दिव्यांग बूथ बनाया गये थे। इसके साथ ही एक युवा बूथ निर्धारित किया गया था। इन केंद्रों में मतदाताओं ने बड़ी संख्या में आकर मताधिकार का उपयोग किया और सुविधाओं का लाभ उठाया। सेल्फी जोन में युवाओं ने सेल्फी ली। बुजुर्गों व दिव्यांगजनों को लंबी लाइन की कतार में लगने की आवश्यकता नहीं थी, मतदान केंद्र में उन्हें प्राथमिकता दी गई थी। दिव्यांगजन, 80 प्लस व उम्र दराज लोगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था भी मतदान केंद्रों में की गई थी। बूथ में आये मतदाताओं ने मतदान केंद्र में किए गए व्यवस्था की तारीफ की। उन्होंने बताया कि योजना पर तरीके से किए गए इस प्रबंधन से उन्हें काफी सहूलियत हुई। मतदाताओं ने संगवारी केंद्र (पिंक बूथ) में योगदान दे रही महिलाओं की विशेष रूप से तारीफ की। उन्होंने मतदान मित्र जिसमें एनएसएस और स्काउट गाइड के बच्चे शामिल थे उनकी भी तारीफ की।
मतदान दिवस पर महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगों तथा युवाओं में दिखा अभूतपूर्व उत्साह…
जिले में विधानसभा चुनाव में उत्सव का माहौल दिखा। मतदान में बुजुर्ग, दिव्यांग, महिलाओं सहित युवाओं नें भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। लोकतंत्र के चुनावी उत्सव में शामिल होने के लिए उत्साहित मतदाता मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदान के लिए पहुंचे गये थे । मतदान केन्द्रों में बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर, रैम्प आदि की बेहतर व्यवस्था की गई थी। बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनों के लिए एनसीसी के बच्चों ने मतदान मित्र के रूप में सहयोग भी किया तथा पुलिस के जवानों ने भी सेवा भावना के साथ उनकी मदद की।