छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी नहीं रहे, एम्स में ली अंतिम सांसे

प्रवेश गोयल

नईदिल्ली- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को नईदिल्ली मे निधन हो गया। वे पिछले 11 जून से एम्स में भर्ती थे।अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 में हुआ था।।उन्हें एम्स में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।बता दे कि उनकी हालत में बुधवार शाम से कोई सुधार नहीं हो रहा था।उनका एम्स में डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में इलाज चल रहा था, जो एम्स के निदेशक भी हैं. वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है.अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में महज कुछ दिनों के लिए प्रधानमंत्री पद पर रहे और फिर 1998 से 2004 तक प्रधानमंत्री रहे। खराब स्वास्थ्य के कारण वे करीब एक दशक से ज्यादा समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे।

केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, जेपी नड्डा सहित बीजेपी के कई बड़े नेता एम्स में उन्हे देखने पहुंचे थे।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी वाजपेयी का हाल जाना.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का हाल जानने दोबारा एम्स पहुंचे हैं. वे बुधवार रात भी वाजपेयी को देखने आए थे.वहीं, बीजेपी ने देश भर में अपने आज के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. 18-19 अगस्त को दिल्ली में होने वाली बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक स्थगित कर दी गयी है।
मेडिकल बुलेटिन से हुई मॊत की घोषणा
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की मृत्यु की खबर एम्स प्रबंधन के द्वारा एक बुलेटिन के माध्यम से दी गई बुलेटिन 5:30 पर जारी किया गया जिसमें अंतिम सांसे लेने की बात कही गई जैसे ही यह मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया वैसे ही पूरा देश स्तब्ध हो गया।