चुनावी परिप्रेक्ष्य प्रतापपुर, भटगांव, प्रेमनगर विधानसभा…विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं के स्वर हुए मुखर..

राजेश सोनी

सूरजपुर-आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सूरजपुर जिले के प्रतापपुर भटगांव और प्रेमनगर विधानसभा मे जहां भाजपा कांग्रेस के टिकट  दावेदारो की लंबी चौङी लिस्ट थी तो वही भाजपा ने पहली लिस्ट मे भटगांव और प्रतापपुर मे अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है,लेकिन प्रेमनगर के उम्मीदवार को लेकर संशय बरकरार है,तो वही दुसरी ओर प्रतापपुर से प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा और भटगांव से पुर्व विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी को टिकट देने के बाद से ही पार्टी के टिकट के दावेदारो मे विरोध के सुर तेज हो रहे है! सूरजपुर जिले के प्रेमनगर भटगांव और प्रतापपुर विधानसभा मे पिछले चुनाव मे केवल प्रतापपुर मे ही भाजपा काबिज हो सकी थी,जहां गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने जीत हासिल किया था,वही भटगांव विधानसभा मे भाजपा कि पुर्व विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी को कांग्रेस के पारस नाथ राजवाङे ने हराया था,जहां भटगांव विधानसभा मे पिछली हार कि वजह उनके स्थानिय ना होने और जातिगत समीकरण की कयास लगाए जा रहे थे,इसी वजह से इस बार भाजपा कि ओर से स्थानिय टिकट के दावेदारो कि लंबी चौङी लिस्ट बनी हुई थी,लेकिन स्थानिय दावेदारो के मंसुबे पर पानी तब फिरा जब भाजपा ने भटगांव विधानसभा मे पुर्व विधायक को ही उम्मीदवार दोहरा दिया जिसके बाद पार्टी के टिकट दावेदारो अपनी अलग ही रणनिति तैयार हो रही है जो कि क्षेत्र मे चर्चा का विषय बना हुआ है तो वही भाजपा कि गुटबाजी भी उभरकर सामने नजर आ रही है! शीतल गुप्ता दावेदार भटगांव विधानसभा जिलाध्यक्ष पिछङा वर्ग मोर्चा ने  भटगांव विधानसभा को लेकर भाजपा के टिकट दावेदार की थी जहां अपनी ही पार्टी से ही नाराज नजर आ रहे है साथ ही जमीनी कार्यकर्ता नाराज है वही प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा पिछले चुनाव मे प्रतापपुर से भाजपा से विधायक चुनकर ही मंत्री पद पर काबिज रहे लेकिन अपने कार्यकर्ताओ की भी गुटबाजी से अच्छी तरह वाकिफ भी है टिकट बंटवारे से पुर्व प्रदेश से आए पर्यवेक्षको के सामने उनके ही विधानसभा के कार्यकर्ता उनका विरोध करते नजर आए थे ऐसे मे अब फिर से भाजपा से उम्मीदवार बन कर मैदान मे है  रामसेवक पैकरा का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओ कि गुटबाजी दुर करने के लिए बैठके लेकर आपसी समन्वय बनाकर जीत दर्ज करेंगेबहरहाल चुनाव मे बचे चंद दिनो मे भाजपा कि बढती गुटबाजी को पार्टी कैसे दुर करती है यह तो देखने वाली बात होगी!