शिशु संरक्षण माह…24 जनवरी से 28 फरवरी तक चलेगा अभियान…कोरिया जिले में कुल 69,328लक्षित बच्चों को दी जायेगी आयरन की गोली और विटामिन ए की खुराक….

बैकुंठपुर (कोरिया)-24जनवरी से शुरू हुए शिशु संरक्षण माह (एसएसएम ) के दौरान जिले में69,328 बच्चों को आयरन की गोली और विटामिन ए पिलाया जाएगा | शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ कलेक्टर कोरिया डोमन सिंह की अध्यक्षता में  जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में की गई। कार्यक्रम में सीएमएचओ डां रामेश्वर शर्मा,डां एस.के. गुप्ता, डां डी.के.  चिकनजुरी और डां योगेश्वर सिंह सराठिया उपस्थित रहे।इस अवसर पर डोमन सिंह ने कहाकि जिले का प्रत्येक बच्चा स्वस्थ्य रहे यह हम सबकी जिम्मेदारी है| सभी के सहयोग से हम शिशु संरक्षण माह का एक नारा,`स्वस्थ बच्चा स्वस्थ गांव हमारा’ को साकार करेंगे।“सीएमएचओ डां रामेश्वर शर्मा ने कहा: ”स्वास्थ्य संचालक द्वारा जारी गाइड लाईन के अनुसार  शिशु संरक्षण माह में विटामिन ए और आयरन की खुराक लक्षित बच्चो को दी जायेगा। स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग व अन्य विभागों से समन्वय कर इस अभियान को सफल बनाया जायेगा।

जिला टीकाकरण अधिकारी डां योगेश्वर सिंह सराठिया ने जानकारी देते हुए बताया  जिले में कुल 69,328लक्षित बच्चों के लिए यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध होगी।  शिशु संरक्षण माह विटामिन ए अनुपूरक कार्यक्रम 24 जनवरी 2020 से 28 फरवरी 2020 तक चलेगा  जिसमें  विटामिन ए सिरप की खुराक 9माह से 5 साल तक के बच्चों को,  तथा आयरन सिरप  6माह से 5वर्ष तकके बच्चों को दिया जायेगा। इस बार यह सत्र मंगलवार और शुक्रवार को होंगें ।पहला सत्र 24 जनवरी (शुक्रवार), 28 जनवरी (मंगलवार), और 31 जनवरी (शुक्रवार) को होगा । वहीं माह फरवरी में 4 फरवरी (मंगलवार), 7 फरवरी (शुक्रवार), 11 फरवरी (मंगलवार), 14 फरवरी (शुक्रवार), 18 फरवरी (मंगलवार), 25 फरवरी (मंगलवार), तथा 28 जनवरी 2020 (मंगलवार) को आयोजित किये जायेंगें । अभियान के सफल संचालन के लिए ग्राम स्वास्थ्य व शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस पर ग्राम व शहरी स्तर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, क्षेत्र की मितानिन, महिला आरोग्य समिति, ग्राम पंचायत, वार्ड पार्षद और सदस्य गणों का सहयोग भी लिया जाएगा।शिशु संरक्षण माह के दौरान सभी शासकीय अस्पतालों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बच्चों को विटामिन ए सिरप, बच्चों का वजन, पोषण आहार के विषय में बच्चों की निश्चित अंतराल में दिया जाना है तथा आंगनबाड़ी स्थित सत्रों में संपूरक पोषण आहार की सेवाओं का हितग्राहियों की पात्रता व पोषण तत्वों की आवश्यकता के अनुरूप उपलब्ध कराना है| अतिगंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों में पोषण आहार की प्रदायगी सहित संक्रमण के उपचार हेतु तत्काल व्यवस्था किया जाएगा|