तंबाकू के सेवन व बदले हुए जीवन शैली से बढ़ रहा कैंसर…. 17 जिलों में 6 दिनों के कैंसर स्क्रिनिंग शिविर में मिले 187 मरीज….

राजेश सोनी

रायपुर-राज्य के 17 जिला चिकित्सालयों में कैंसर स्क्रीनिंग के दौरान 187 कैंसर के मरीज़ पाए गए| यह स्क्रीनिंग (जांच) कैंसर, मधुमेह, ह्रदय रोगों और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत 22 से 27 फरवरी तक  जिले में आयोजित किये गए थे|  सभी रोगियों का उपचार शुरू कर दिया गया है| चयनित जिलों में मुंबई के प्रसिद्व कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश पेंढारकर, मध्यप्रदेश के स्टेट कैंसर नोडल ऑफिसर डॉ. सीएम त्रिपाठी एवं जिले के प्रशिक्षित डॉक्टरों की टीम द्वारा जांच की गयी| जिला अस्पताल बेमेतरा, मुंगेली, जांजगीर, बिलासपुर, जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर, बैकुंठपुर, दुर्ग, बालोद, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाडा, जगदलपुर, महासमुंद व रायपुर में कैंप आयोजित हुए । राज्य के जनसामान्य में कैंसर से पीडित मरीजों को नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराने के साथ कैंसर से हो रही असमय मृत्यु को रोकने के लिए प्रभावी कदम भी उठाए गए हैं। राजधानी के जिला अस्पताल में एक वार्ड में दीर्घ आयु डे-केयर किमोथेरेपी की सुविधा आज से प्रारंभ की गई है। जिला अस्पतालों में एक वार्ड आरक्षित कर मरीजों के लिए 5 बेड की व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रशिक्षित स्टॉफ के साथ ही डे-केयर किमोथेरेपी के लिए दवाएं एनसीडी के ड्रग्स एवं कंज्यूमेबल्स मद से उपलब्ध करायी जा रही है। पुरुषों में मुख का कैंसर तो महिलाओं में ब्रेस्‍ट व बच्‍चेदानी कैंसर के मिले मरीज: देशभर में कैंसर मरीजों को जीवनदान देने के लिए नि:शुल्क इलाज करने शिविर लगाकर मरीजों की स्क्रिनिंग डॉ दिनेश पेंढारकर पेंडारकर एवं डॉ. सीएम त्रिपाठी द्वारा किया जा रहा है। डॉ. पेंढारकर का कहना है  छत्तीसगढ 8वां राज्य है जहां वह  कैंसर की रोकथाम के लिए नि:शुल्क सेवाएं देने के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया 6 दिनों में 17 जिलों में लगभग 323 की स्क्रिनिंग की गई जिसमें 187 मरीजों में कैंसर के लक्ष्ण पाएं गए हैं। कैंसर होने की पुष्टि  के बाद मरीजों  को इलाज के लिए किमोथेरेपी व ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई और रेफर किया गया है। डॉ. पेंडारकर ने बताया ज्यादातर पुरुषों जिनमें कैंसर के लक्ष्ण पाए गए हैं….उनमें मुख के कैंसर के मरीज हैं। मुख के कैंसर के लिए तंबाकू, गुटका, गुडाखू जैसे उत्पाद के सेवन इसके प्रमुख कारकों में से हैं। वहीं महिलाओं में बदलते जीवन शैली की वजह से ब्रेस्ट कैंसर व बच्चे दानी का कैंसर प्रमुख रुप से पाए गएं। डॉ. पेंढारकर ने कहा कैंसर से बचाव के लिए जानकारी और समय पर इलाज जरुरी है। इसके लिए शरीर के किसी भी अंग में गठान व शंका होने पर तत्काल नजदीक के डॉक्टर के पास जाकर जांच करवानी चाहिए । शिविर में आने वाले मरीजों को मिली तत्‍काल जांच व इलाज की सुविधाएं है|कैंसर शिविर से डे-केयर किमोथेरेपी वार्ड में भर्ती हुए कैंसर के मरीजों  रायपुर के गुढियारी निवासी 50 वर्षीय जानकी देवी (बदला हुआ नाम)  ने बताया उनके गले की नली में गठान होने से खाना खाने में तीन महीने से परेशानी हो रही है। इसका इलाज राजधानी के कई अस्पतालों में कराया लेकिन बीमारी ठीक नहीं हुई| इस दौरान लगभग 70,000  रुपए खर्च भी हो गए। महिला के पति राजेश कुमार ने बताया उनको जिला अस्पताल में कैंसर स्क्रिनिंग के निशुल्क शिविर की जानकारी मिलने पर उन्होंने डॉ. पेंडारकर से जांच करवाई| जांच के बाद डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन कर गठान होने पर किमोथेरेपी लगाने की सलाह दी है।  वहीं बालोद जिले से कैंसर शिविर के दौरान जांच में कैंसर के मरीज परमेश्वर पटेल (66) वर्षीय बुजुर्ग ने बताया उनके गले में समस्या होने से पिछले ढाई महीने से खाना खाने में परेशानी हो रही है। कुछ खाते ही उलिटयां आने लगती हैं। यहां किमोथेरेपी के साथ ही इलाज मिल रहा है|

शिविर में कैंसर के मरीजों की स्क्रिनिंग

बेमेतरा में 12 की जांच 2 संदिग्ध मिले, मुंगेली में 17 की जांच में 9 संदिग्ध, जांजगीर में 18 की जांच 11 संदिग्ध, बिलासपुर में 15 की जांच 12 संदिग्ध,23 फरवरी को शिविर जशपुर में 15 की जांच 9 संदिग्ध, बलरामपुर में 28 की जांच 25 संदिग्ध, सूरजपुर में 20 की जांच में 13 संदिग्ध, बैकुंठपुर 6 की जांच 6 संदिग्‍ध, 24 फरवरी को शिविर दुर्ग में 23 की जांच 13 संदिग्ध, कांकेर में 39 की जांच 22 संदिग्ध, बालोद में 8 की जांच 8 की संदिग्ध, 25 फरवरी को शिविर कोंडागांव में 19 की जांच 8 संदिग्ध, नारायणपुर में 15 की जांच 7 संदिग्ध,26 फरवरी को शिविर दंतेवाडा में 15 की जांच 6 संदिग्ध, जगदलपुर में 29 की जांच 22 संदिग्ध, 27 फरवरी को शिविर महासमुंद में 25 की जांच 5 संदिग्ध, रायपुर में 19 की जांच 9 संदिग्ध पाए गए|