छेडछाड की नामजद शिकायत पर भी कार्यवाही नही…परेशान छात्रा ने लगाई थी फासी…यहाँ की पुलिस रक्षक टीम बनाकर छात्राओ, महिलाओ की सुरक्षा, छेडछाड से बचने के लिये चला रखी है अभियान…

पप्पू जायसवाल

बिहारपुर. पुलिस विभाग महिलाओ को लेकर विभिन्न तरह की गतिविधियां संचालित कर महिला हिंसा,छेडछाड,उत्पीडन सहित अन्य जानकारी स्कुल कालेज सहित थानों में प्रदर्शित कर खुद की वाह वाही बटोरी रही है जबकि दुसरी ओर थानों में इसका विपरित असर है छेडछाड से परेशान फासी लगाकर आत्महत्या करने वाली छात्रा के परिजन आज भी थाने के चक्कर काट कर न्याय की गुहार लगा रहे है. पुरा मामला बिहारपुर का है जहा पर कक्षा 9 वीं की छात्रा 14 वर्ष ने गांव के युवक की प्रताडना से तंग आकर 26 नवंबर की रात फासी लगा ली थी. मौत को गले लगाने से पहले छात्रा ने सरकार के इमरजेसी न0 112 नंबंर पर फोन कर मदद की गुहार लगाई थी. लेकिन उसे किसी तरह की मदद नही मिलने पर आखिरकार उसने मौत को गले लगा लिया. मृतक की मां श्यामकली ने चांदनी पुलिस से लिखित नामजद शिकायत कर बताया कि उसके बेटी को गांव का एक युवक कई दफा परेशान करते रहा और उसी के उत्पीडन पर उसने आत्महत्या कर ली, युवक गांव के कई लोगो के पास अपने साथ मेरी बेटी का फोटो मोबाईल में डालते रहता था और बदनाम करते रहा. श्यामकली ने बताया कि जीते जी तो उसे इंसाफ नही मिल सका, अब मर गई है तो कुछ तो न्याय कर देते. प्रताडित छात्रा की मौत हुये आज 24 दिन हो गये पर परेशान उत्पीडन करने वाला युवक पर पुलिस के हाथ नही पहुचे.

निरंकुश व्यव्स्थाये
शुक्रवार को जन समस्या शिविर बिहारपुर में पहुचे जिले के कलेक्टर से छात्रा की मां ने लिखित शिकायत किया तो वही कलेक्टर ने मामले की गंभीरता न समझ थाना प्रभारी को शिकायत थमा दिया. जिले में अजब गजब का नजारा चल रहा है एक तरफ पुलिस रक्षक टीम बनाकर छात्राओ, महिलाओ को छेडछाड से बचने,पुलिस मदद कैसे ले, कई तरह की ज्ञान देकर वाहवाही लुटने में लगी है तो वही उत्पीडन की शिकार फासी लगाकर मरने वाली छात्रा की मां की नामजद शिकायत पर पुलिस की कार्यवाही नगण्य बनी हुई है.