घटिया रपटा पुल का हो रहा निर्माण…ग्रामीणों में नाराजगी…

बिहारपुर. भ्रष्टाचार का गढ़ बना बिहारपुर चांदनी में खुल कर घटिया निर्माण किये जा रहे है न तो यहाँ देखने वाले कोई है अगर है भी तो धृतराष्ट्र की तरह अंधे बने हुए है ताजा मामला ग्राम पंचायत खोहीर के बैजनपाठ पहुंच मार्ग की है इस मार्ग के बीच जो रपटा पुल बनाई जा रही है उसमे घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। अगर बन भी गया तो पहली बारिश में राम नाम सत्य हो जाएगा. बहरहाल निर्माण एजेंसी गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान महुली है इन्ही के तत्वाधान में इनके कर्मचारियों के द्वारा मनमाने तरीके से घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर निर्माण किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और लोगों ने उद्यान के उच्च अधिकारी से जांच कराकर घटिया निर्माण को रोकने की मांग की है।

ग्रामीण बोले-गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रिहंद पार्क पर क्षेत्र के द्वारा सरकारी राशि का किया जा रहा दुरुपयोग

यहां उद्यान क्षेत्र में सड़क के बीच में रपटा पुल के निर्माण कार्य किये जा रहा है, जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में उद्यान कर्मी द्वारा मानक को दरकिनार कर घटिया किस्म की थर्ड क्वालिटी की गिट्‌टी, सीमेंट और बालू की जगह मिट्टी युक्त डस्ट का प्रयोग व सीमेंट सात तगाड़ी बालू तो एक तगाड़ी सीमेंट का मसाला बनाया जा रहा है बेहद कम मात्रा में डाल कर कार्य किया जा रहा है। खुलेआम धड़ल्ले से घटिया निर्माण कराकर लीपापोती कर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने का काम किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि घटिया सामग्री से बनायी जा रही रपटा पुलिया कभी भी टूट सकती है। डिप्टी रेंजर सूर्यभान सिंह से बात हुई तो बताया, जो बालू आसपास मिल रहा है उसी का उपयोग कर रहे है. उद्यान के रेंजर ललित साय पैकरा ने बताया कि यह रपटा बहुत ही अच्छे तरीके से बन रहा है लागत कम पड़ जाएगी. फ़िलहाल अच्छे निर्माण की दावा अधिकारी कर रहे है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही दिख रही है या फिर देखने की फुरसत जिम्मेदारो को है नहीं. बहरहाल क्षेत्र में घटिया निर्माण कार्य की बहार है अधिकारी कर्मचारी मालामार है..?