टावर की बैट्री एवं बिजली टावर से एंगल चोरी मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार…

सूरजपुर. ग्राम गोविन्दपुर निवासी गौरीशंकर पटेल ने थाना चंदौरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह एटीसी टेलीकाम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. टावर में साईट टेक्नीशियन है और साईट के साधारण मेंटनेंश का कार्य करता है। दिनांक 24.03.23 को सभी सिस्टम सही काम कर रहे थे 25.03.23 के रात्रि में कंपनी के द्वारा सूचना दिया कि गोरगी साईट बंद हो गया जो हाथी विचरण जंगल एरिया है। अगले दिन भुरापानी साइट गया तो वहां सेल्टर का दरवाजा खुला मिला साइट भूरापानी ग्राम गोरगी में स्थित टावर के बैट्री रैक और एचबीएल कंपनी का 24 नग सेल तथा ट्रांसमिशन रेक को अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गए है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 380 भादसं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में मामले की विवेचना करते हुए सूचना तंत्र को एक्टिव कर लगाया गया। इसी बीच मुखबीर से प्राप्त सूचना के आधार पर संदेही बालचंद सिंह को पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने बताया कि गोरगी में चोरी की वारदात को कैलाश कुमार, राधेश्याम सोनी, अनुज कुमार व अन्य 2 के साथ मिलकर अंजाम दिया है। इसके पूर्व घाट पेण्डारी में लगे बिजली टावर के एंगल को कैलाश के साथ मिलकर चोरी करना बताया। जिसके बाद इन तीनों को भी पकड़ा गया। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी का 3 नग बैट्री, रैक 2 नग, बिजली टावर का एंगल 2 नग कुल कीमत करीब 24 हजार रूपये को जप्त आरोपी बालचंद  ग्राम पकनी, थाना चंदौरा, कैलाश कुमार ग्राम देवरी, राधेश्याम सोनी  निवासी ग्राम बरती, चौकी वाड्रफनगर, थाना बसंतपुर, जिला बलरामपुर व अनुज कुमार ग्राम बुद्धी स्टेशन रोड़ सोनभद्र उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया गया। मामले में फरार अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। दिनांक 15.02.23 को घाट पेण्डारी में लगे बिजली टावर के एंगल चोरी की रिपोर्ट दिनांक 18.03.23 को थाना चंदौरा में दर्ज कराई गई थी, टावर के एंगल चोरी मामले को बालचंद के द्वारा अपने साथी कैलाश के साथ मिलकर अंजाम देना और एंगल को राधेश्याम के पास बिक्री किया था। आरोपियों के निशानदेही पर टावर का एंगल जप्त कर इन तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी भी इस मामले में की गई। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी चंदौरा शिवकुमार खुटे, एएसआई कमलाराम केरकेट्टा, प्रधान आरक्षक केश्वर राम मरावी, रामकुमार पैंकरा, आरक्षक प्रवीण मिश्रा व मिथलेश गुप्ता सक्रिय रहे।