भ्रष्टाचार पर उच्च न्यायालय ने लिया संज्ञान… केंद्र व राज्य सरकारें सहित भ्रष्टाचारियों पर नोटिस…

सरगुजा. सरगुजा संभाग में विशेष संरक्षित जनजातियों, जिन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र माना गया है और उनके संरक्षण संवर्धन एवं विकास के लिए प्रति वर्ष करोड़ों रुपए की योजनाएं चलाई जाती है पर सरगुजा संभाग में एक भ्रष्ट एनजीओ संचालक स्थानीय शासन प्रशासन से मिलकर योजना संचालन की फर्जी खानापूर्ति कर करोड़ों रुपए डकारते लिए है! सरगुजा के बिकास खंड बतौली में पहाड़ी कोरवा युवाओं को इलेक्ट्रीशियन प्रशिक्षण देने के नाम पर, एनजीओ ने 60से 80 साल के (बुजुर्ग महिला पुरुष ) एवं मृतक को भी दो दो समोसे खिला कर इलेक्ट्रीशियन बनाने का चमत्कार कर, 9 लाख 45 हजार रूपए हड़प लिए गए. सामाजिक व आरटीआई कार्यकर्ता ए एन पाण्डेय ने बताया कि इलेक्ट्रीशियन बनाने की कागजी खानापूर्ति की गई है, 20 जनवरी 2022 को थाना बतौली में मौखिक एवं लिखित शिकायत एवं 15 पहाड़ी कोरवा हितग्राहियों ने अपना कथन भी दिया और हितग्राहियों भगा दी गई. 23फरवरी 2023 को छः हितग्राहियों ने एसडीओपी सीतापुर के समक्ष उपस्थित भी हुए पर कही से सुनवाई नहीं मिलने पर चार हितग्राही पहाड़ी कोरवाओं, बागर साय 40बर्ष ,उसकी मां मंगनी 65बर्ष, महली 75 बर्ष एवं दशरथ, सभी जाति पहाड़ी कोरवा निवासी ग्राम घोघरा ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर में, याचिका क्रमांक 1837/2023 दिनांक 17अप्रैल2022 दायर किया है जिस पर उच्च न्यायालय ने केंद्र एवं राज्य सरकार के मंत्रालयों के ट्रायबल सेक्रेटरी सहित सभी सात लोगों को नोटिस जारी किया है. अब देखना ये है होगा की थबिरो राम बारीक & कंपनी और उसके सरपरस्त संबंधित अधिकारियों ने माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष, अपने किस चमत्कार से,80 साल के बुजुर्गों को 20साल का और मृत को जिंदा करेंगे..?