सूरजपुर. जिले के ओड़गी ब्लाक के काला मांजन में 3 लोगों को मौत की घाट उतारने वाली बाघिन अचानकमार टाइगर रिजर्व की शोभा बढ़ाएगी। एक माह पहले कुदरगढ़ मेले के दौरान ग्राम कालामांजन के तीन युवकों को जंगल जाते समय बाघिन से सामना होने पर हुए संघर्ष में जहां तीन युवकों की जान चली गई वहीं इस संघर्ष में बाघिन भी बुरी तरह जख्मी हो गई थी।जिसे वन विभाग द्वारा रेस्क्यु कर सुंदरवन ले जाया गया था। जहां उसका सम्पूर्ण इलाज डाक्टरो की टीम द्वारा किया गया। अब खबर है कि घायल बाघिन के पूर्णतः स्वस्थ होने के बाद पल-पल की गतिविधियों की जानकारी रखने रेडियो कालर लगा कर एनटीसीए की अनुमति के बाद अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ने की तैयारी की गई है। बताया गया है कि अचानकमार टाइगर रिजर्व से बेहतर कोई दूसरा सुरक्षित जगह नहीं है। वैसे भी टाइगर रिजर्व में दूसरे टाइगर रिजर्व से बाघ लाकर छोड़ने की योजना है। इससे की यहां संख्या बढ़ सके। इस बाघिन के आने से उम्मीद है कि अचानकमार में बाघों की संख्या बढ़ेगी। सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं। बाघिन को रेडियो कालर लगाया गया है ताकि यह पता चल सके कि वह कहां है। इससे बाधिन पूरी तरह सुरक्षित रहेगी और इसके जरिए बाघिन जंगल के अंदर जिस जगह पर रहेगी हर घंटे अफसरों के मोबाइल पर लोकेशन आता रहेगा। इसका एक लाभ यह होगा कि यदि बाघिन गांव की तरफ पहुंचती है तो ग्रामीणों सचेत किया जा सकता है।अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या केवल पांच है। यह पूर्व में हुई गणना का आंकलन है।इधर गाहे बगाहे ओड़गी ब्लॉक के कतिपय ग्रामो में बाघ देखे जाने की खबरें सामने आती रही है और इस खबर के साथ तड़का यह कि उक्त बाघ इसी बाघिन परिवार के हिस्सा है।हालांकि आज तक वन विभाग ने बाघ देखे जाने की कभी पुष्टि नही की है। अलबत्ता ,यह स्वीकारोक्ति जरूर रही है कि बिहारपुर क्षेत्र में बाघों की आमद रफ्त है।जिसके मद्देनजर लोगो को सचेत रहने को कहा गया था।