राजेश गुप्ता
सूरजपुर. जिले के जयनगर थाना क्षेत्र कंदरई के मोहल्ला नेवार डांड में अवैध रूप से टीन चादर का चिमनी भट्ठा का संचालन किया जा रहा है जो गिरी ब्रिक्स इंडस्ट्रीज के नाम से संचालित है आबादी वाले क्षेत्र पर लोहे की चादर वाली चिमनी भट्ठा का संचालन किए जाने से आसपास के लोगों को तथा पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है जबकि नियमानुसार खनिज विभाग के द्वारा टीन वाली चादर की चिमनी भट्ठा पूर्णता प्रतिबंधित है साथ ही चिमनी की ऊंचाई भी बहुत कम होने के कारण आसपास में चिमनी भट्ठा से निकलने वाले धू आ सहित तापमान में अत्यधिक बढ़ोतरी होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्राप्त जानकारी अनुसार चिमनी ईट भट्ठा संचालक के द्वारा अवैध रूप से अमेरा के कोयले को खपाने का काम करता है साथ ही अमेरा क्षेत्र के कोयले को अपने चिमनी भट्ठे के पास भंडारण कर आसपास के भट्ठे में भी सप्लाई करता है. जिले के बॉर्डर एवं सुदूर वन क्षेत्र होने पर अधिकारी एवं पुलिस विभाग यहां तक पहुंच नहीं पाते इसलिए यहां पर अवैध कार्य जोर-शोर से जारी है. जबकि इस ईट भट्ठा के आसपास काफी आबादी है इसके बावजूद भी नियम विरुद्ध इस प्रकार से ईट भट्टा का संचालन किया जा रहा है. गौरतलब है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के अनुसार कम ऊंचाई की चिमनी एवं टीन की चादर की चिमनी अवैध है लेकिन इस और किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिए जाने से अवैध ईट भट्ठा संचालक मनमाने तरीके से चिमनी ईट भट्टे का संचालन कर रहा है. फ़िलहाल क्षेत्र के ग्रामीणों ने जिला पुलिस महानिरीक्षक एवं पर्यावरण विभाग छत्तीसगढ़ को जांच हेतु ज्ञापन देकर कार्यवाही करने की मांग की है. शिकायतकर्ताओं ने बताया गया कि वर्तमान में 60 लाख से अधिक अवैध रूप से अवैध कोयले का इस्तेमाल करते हुए जलाया जा रहा है जिसका धूआ गांव में फैलने के वजह से ग्रामीण जनों स्वसन संबंधित बीमारी होने का खतरा मंडरा रहा है न ही इस ओर खनिज विभाग ध्यान दे रहा जिससे अवैध चिमनी भट्ठा संचालक मनमानी किया जा रहा है बहरहाल ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
