क्या येसे ही कृत्य के लिए छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा पुलिस अधीक्षक को किया गया प्रशस्ति पत्र भेंट…
राजेश सोनी
सूरजपुर. कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने सूरजपुर जिले में महिला उत्पीड़न प्रकरणों के निराकरण व महतारी न्याय रथ के सफल संचालन में उल्लेखनीय योगदान के लिए जिला सूरजपुर के पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया था और बताया गया कि महिलाओ को त्वरित न्याय दिलाने में अग्रणी रहा है। यह सम्मान कितना सार्थक है इस विडिओ से जग जाहिर होता है जिसमे जिला मुख्यालय से लगे तिलसीवा गांव में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस का बर्बर चेहरा देखने को मिला. जिसमे एक ग्रामीण महिला को प्रधान आरक्षक बाल पकड़कर लात मारते दिखे..पूरे घटना क्रम का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है और लोग पुलिस की बर्बरता की भर्त्सना कर रहे है..ग्रामीण महिला पर बाहुबल का वीरता दिखाते प्रधान आरक्षक प्रदीप उपाध्याय है देखा जा सकता है कि किस तरह महिला का बाल पकड़कर जमीन में गिरा देता है. प्रधान आरक्षक और लात मारते देखे जा सकता है..वीडियो सामने आने पर पुलिस अधीक्षक को कुछ भी मालूम नही है ऐसा उन्होंने ने मिडिया कर्मी को बताया..वैसे मामले में वीडियो देखकर समझा जा सकता है की किस तरह पुलिस का व्यवहार महिलाओं को लेकर है, सूरजपुर जिले में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस अपने साथ महिला पुलिस लेकर तो गई लेकिन पुलिस ने महिला पुलिस का उपयोग महिलाओं के मामले में नहीं किया, बल्कि एक पुरुष प्रधान आरक्षक ने महिलाओ के साथ बर्बरता की और महिलाओं के साथ मारपीट की. पूरे मामले में महिला अधिकारों को लेकर फिर एक बार सवाल खड़ा होता है की क्या महिलाओं के मामले में कानून का रवैया आज भी नहीं बदला और केवल दिखावे के ही लिए महिला पुलिस को महिलाओ के मामले में पुलिस लेकर जाती है जबकि वह बर्बरता करते समय पुरुष पुलिसकर्मियों को ही सामने करती है।
देखे विडिओ…https://twitter.com/sprrajeshsoni2/status/1661770431924424704?s=20
शायद इसी लिए छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रेषित किया गया है.और इसी तरह की महत्वपूर्ण कृत्य होते रहेगे. फ़िलहाल पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं..?

