सूरजपुर. खनिज संपदा से परिपूर्ण जिले में रेत का अवैध खनन परिवहन जोरों पर है. यहा जिसकी लाठी उसकी भैस की तर्ज पर नियम विरुद्ध खनन कर अन्य राज्यों में भेजे जा रहे है. जिले के खनन माफिया प्रदेश सरकार के मुखिया का नहीे, खुद का राज चलाते हैं वह खुले आम कहते रहते हैं कि जिले के विभिन्न नदी के खनन क्षेत्र में उनका कानून चलता हैं. जहां पर रात्रि में भी खुलेआम बेधडक नदी का सीना फाडकर रेत निकाला जा रहा. सत्तीपारा, खडगवा कला, बंशीपुर भैसामुड़ा के नदी क्षेत्र में रात को जेसीबी से मशीन से खनन किया जा रहा है गौरतलब है कि जिले में 36 रेत की खदाने है जिसमें 29 खदाने आबंटन किया गया है जिनमें से 9 खदानो से रेत का खनन कार्य जारी है. शेष 20 रेत खदानों में ग्रामीणो के कोप का सामना करना पड रहा है तो वही गांव के छुट भैया नेताओं भी रेत के खेल में दाव पेच चला रहे है ऐसे में कई ठेकेदार परेशान है वे जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है. पहले सीजन की बात करे तो जिला प्रशासन को 2 करोड रुपये राजस्व मिले, इस बाद अभी तक लगभग एक करोड रुपये की राजस्व प्राप्ती का अनुमान है जबकि कई खदाने अभी तक संचालित नही हो पाये है सभी खदाने संचालित होने पर 5 करोड रुपये राजस्व मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
रेत के खेल की सियासत
जिले में रेत उत्खनन परिवहन से ग्रामीणों में भारी नाराजगी व्याप्त है गांव की सडके क्षतिग्रस्त हो रही है तो वही पुल पुलिया जर्जर हो रहे है तो वही गांव के छुट भैया नेता बड चढकर बहती गंगा मंे हाथ साफ करने में लगे हुये है. तो वही सत्ता मिलने पर सुखा मिटाने सत्तासीन नेताओ ने नदी का सीना छलनी कर रेत की मनमानी निकासी कर परिवहन में लगे हुये है.
नियम विरुद्ध तरीके से उत्खनन
जिले में विधि विरुद्ध रेत खदान संचालित है जिसमें भूमि का खसरा नम्बर, सूचना पटल, पोकलेन मशीनों का उपयोग, 15 से 20 फिट तक नदियों में गढ्ढे, बड़े ट्राला वाहनों से सीधे लोडिंग, कितना घन मीटर खनन हुआ है विवरण नही, बहुत कार्यादेश जारी नहीं और खनन, सीमा क्षेत्र से बाहर मनमाने ढंग से अन्य रकबा से खनन किया जा रहा है. बहरहाल जिस ढंग से रेत की खनन की जा रही है उससे आने वाले समय में पुल, पुलिया एवं सड़कों का अस्तित्व समाप्त होने की संभावना बनी हुई है.
ठेकेदार है परेशान
रेत खनन को लेकर ग्रामीण मुखर हो गये है जिससे कई रेत खदान बंद पडे हुये है ऐसे में ठेकेदार है परेशान, उनकी परेशानी कम होने के बजाये बढते ही जा रही है. तो वही ठेकेदारो खनिज विभाग से गुहार लगाई तो विभाग ने भी हाथ खडे कर दिये है.
रेत खनन पर जिला खनिज अधिकारी बताते है कि हमने तो पूरे नियम कानुन से खदाने अबांटित कर दिया है वहा के ग्रामीण को समझाना रेत ठेकेदार का काम है-संदीप नायक, जिला खनिज अधिकारी