राजेश सोनी
सूरजपुर. अब तक रेत तस्करी के मामले में कांग्रेसियों के हाथ लाल पीले होते रहे है लेकिन अब गांजा तस्करी में भी कांग्रेसियों के नाम सामने आने से लोग हैरान है और जिले की पुलिसिंग भी कैसी है इसका भी उदाहरण इस मामले में मिल जाएगा. देश के चौथे नंबर होने का गौरव हासिल करने वाली झिलमिली पुलिस ने 3 नवम्बर को खाडापारा में 14 किलो गांजे पकडने के दौरान एक आरोपी बबलु यादव फरार हो गया था. धारा 20(बी)एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही के दौरान पूरे प्रकरण में पुलिस ने 84 किलो गांजा पकड़ी थी इस मामले में प्रेमनगर का बबलू यादव भी आरोपी था. पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ ली पर तीसरा आरोपी खुले आम घूमता रहा उसे पकड़ने में पुलिस के पसीने निकलते रहे जिस आरोपी को पुलिस फरार बताती रही वह गांजा तस्करी का आरोपी प्रेमनगर नगर पंचायत चुनाव में वार्ड क्रमांक 09 से कांग्रेस से उम्मीदवारी का दावेदार था लेकिन टिकट तो उसे नही मिला पर वह कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते रहे जिस पर पुलिस आंख मूंदे रही. बड़े बड़े नेताओं के साथ इसके फोटो भी खुले आम लहराते रहे, प्रेमनगर में चुनाव परिणाम के बाद प्रेमनगर विधायक खेल साय सिह के नेत्तृत्व में मुख्यमंत्री से मिलने भी नवनिर्वाचित प्रतिनिधि गये थे जिसमें गांजा तस्करी का फरार आरोपी बबलु यादव भी शामिल था.इस फोटो में स्पष्ट देखा जा सकता है.

अजब गजब है पुलिस की कार्यप्रणाली
जिले में पुलिस भी अजब गजब है गांजा तस्कर खुले आम घूमते रहा लेकिन पुलिस को कभी दिखा नही, बसदेई में इसी गांजे को लेकर पुलिस पुलिस से भीड़ गई और मामूली मारपीट में हत्या का प्रयास जैसे गंभीर मामला दर्ज कर एक पुलिस कर्मी को जेल भेज दिया. महिला सुरक्षा के नाम पर जिले की पुलिस कई योजना चला रही है मगर छेडछाड उत्पीडन से पिडित महिलाओं के प्रति पुलिस का यह कैसा रवैया है जिसमे छेड़छाड़ उत्पीड़न के मामले में कार्यवाही के अभाव में एक छात्रा को आत्म हत्या करना पड़ा जबकि आत्महत्या जैसी कदम उठाने से पूर्व पीड़ित छात्रा ने 112 नंबर पर डायल कर मदद की गुहार लगती रही मगर मदद नही मिलने से उसने मौत को गले लगा लिया. पुलिस मे नामजद शिकायत पर भी आज तक कुछ भी कार्यवाही नही हुई. आज तक परिजन न्याय के लिए दर दर की ठोकर खा रहे है.