राजेश सोनी
सूरजपुर. प्रेमनगर नगर पंचायत के अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव में निर्विरोध सम्पन्न हुआ जिसमें अध्यक्ष के लिये श्रीमति सुखमनिया जगत तो वही उपाध्यक्ष आलोक साहु बने. गौरतलब है कि ग्राम पंचायत से नगर पंचायत तक भाजपा का कब्जा रहा है फिलहाल हाल में चुनाव में यहा से 15 वार्डो में 11 पार्षद काग्रेस विजयी हुये. आज 42 साल बाद काग्रेस की वापसी हुई और अध्यक्ष उपाध्यक्ष के सीट पर काबिज हो सकी.
सबसे खराब प्रदर्शन भाजपा की
प्रेमनगर में 42 सालो से भाजपा के कब्जे से आखिरकार काग्रेस ने यहा पर अपना परचम लहरा दिया है. वजह क्या थी और ऐसी स्थिति क्यो बनी सभी को मालुमात है यहा भाजपा को आपसी गुटबाजी का परिणाम भुगतना पडा. 2015 के चुनाव में कांग्रेस, भाजपा को तीसरे मोर्चा ने कडी टक्कर दी थी. यहा तक की स्थानिय महिलाओ ने भाजपा नेत्री को शराब बाटते हुये पकडकर तबीयत से धुनाई कर घर मे बंद कर गणमान्य जनो को सूचना देकर पुलिस को सौपा गया था. आज तक महिला नेता की स्कार्पियों प्रेमनगर थाने की शोभा बढा रही है. हालाकि 2015 में मामुली अंतर से भाजपा अध्यक्ष का पद बचा पाई तो वही हाल में हुये चुनाव में तीसरा मोर्चा का काग्रेस में विलय होने से काग्रेस को अथाह फायदा मिला.