राजेश सोनी
सूरजपुर. नगर के मंगल भवन में दो माह तक चले चिरंजीवी अभियान के बाद हेल्थ फ्राइडे शिविर का आयोजन किया जा रहा है महिला बाल विकास के पहल पर माह के पहले व तीसरे शुक्रवार को शिविर का लगाये जा रहे है जिसमें कुपोषित बच्चो की स्वास्थ परिक्षण पोष्टिक आहार की उपलब्धा की जा रही है तो वही गंभीर कुपोषित बच्चो की पहचान कर उनके घर पहुचंकर गृह भेंट के माध्यम से सुपोषण पेटी दिया जा रहा है. शुक्रवार को 47 प्राथमिक व समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हेल्थ फ्राइडे शिविर का आयोजन किया गया. इसके तहत मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, काउंसलिंग महिला बाल विकास विभाग के सेक्टर पर्यवेक्षक व स्वास्थ्य विभाग के सेक्टर डॉक्टर के द्वारा किया गया,जिससे 4000 से अधिक मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों का इलाज किये गये. गौरतलब है कि ऑगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को पोषण आहार रेडी टू ईट दिया जाते रहा. जिसके बाद भी बच्चों के पोषण स्तर में सुधार देखने को नहीं मिला. न ही बच्चों का नियमित स्वास्थ्य जाँच, उपयुक्त दवाई प्राप्त हो पाता था. हालाकि मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के माध्यम से गंभीर कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है पर मध्यम कुपोषित बच्चों के लिये स्वास्थ्य लाभ का कोई प्रावधान नहीं है. जिसे लेकर महिला बाल विकास ने हेल्थ फ्राइडे शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिले में कुल 15214 कुपोषित बच्चे हैं जिन्हें योजना अंतर्गत सुपोषित करने का लक्ष्य रखा गया है. महिला बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेष सिह सिसोदिया ने बताया कि हेल्थ फ्राइडे शिविर माह के पहले व तीसरे शुक्रवार को आयोजित किये जा रहे है जिसमें स्वास्थ परिक्षण,स्वच्छता, समुचित खानपान एवं तकनीकी ज्ञान के साथ कुपोषित बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है जिले में 15214 बच्चों हेतु 700 सुपोषण पाठशाला का भी संचालन किया जायेगा जिसमें पाठशाला आगनबाडी केन्द्रों में ही प्रति सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को 1 घंटे लिये संचालित किया जायेगा जिसमें फुलवारी समिति के सदस्यों एवं बच्चों के माता-पिता को प्रशिक्षण देकर बच्चों को अतिरिक्त पौष्टिक आहार का सेवन कराया जायेगा. फूलवारी समिति में कुपोषित बच्चों के माता-पिता शामिल होंगे जो हमारा लक्षित समूह है. 0 से 6 वर्ष के कुपोषित बच्चों का नियमित स्वास्थ्य जाँच एवं हीमोग्लोबीन की जॉच कर माता-पिता को प्रोत्साहित किया जायेगा.

कैलेन्डर व पोस्टर के माध्यम से जागरुकता
कुपोषित बच्चों एवं उनके अभिभावकों को पोस्टर के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है जिसमें सुपोषण रेडी टू ईट का सेवन कराना एवं समय पर स्वच्छ भोजन करने हेतु प्रोत्साहित, गर्म भोजन में मुनगा भाजी का उपयोग,अतिरिक्त पोषण आहार, पोषण वाटिका व उसके महत्व को बताने के साथ बच्चो संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है.
