सूरजपुर. निवेश पर अधिक ब्याज और राशि दोगुनी करने का झांसा देकर आम लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टर को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुख्यालय से लगे ग्राम डुमरिया निवासी रनसाय राजवाड़े ने कोतवाली में लिखित शिकायत कर बताया कि उसके पास बेनी माधव निवासी नमदगिरी व नारायण राजवाड़े निवासी महगवां आए और फाईन इंडिया कंपनी का मायाजाल बताकर खुद को कंपनी के अभिकर्ता है और कंपनी का बहुत अच्छा प्लान है जो 1 लाख रूपये जमा करने पर जमाकर्ता को 9 हजार रूपये प्रतिमाह जीवनभर मिलेगा, जिससे प्रभावित होकर आवेदक अपनी मेहनत की जमापुंजी को अन्य गवाहों से कुल 3 लाख 50 हजार रूपये षड़यंत्र पूर्वक फाईन इंडिया कंपनी में जमा कराकर आॅनलाईन पर्ची दिए, जब प्रतिमाह पैसा नहीं मिला तो दोनों से सम्पर्क करने पर पैसा मिलेगा कहकर टालमटोल करते रहे और पैसा मांगने पर गाली-गलौज करने लगे और कंपनी बंद कर दिए. शिकायत जांच पर कोतवाली थाने में धारा 420, 120बी, 294, 506, भादवि, इनामी चिट और धन परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम 1978 की धारा 4, 5, 6, छत्तीसगढ़ निक्षेपकों का संरक्षण अधिनियम की धारा 10 के तहत दर्ज किया गया था. प्रकरण में आरोपी बेनी माधव, नारायण राजवाड़े कंपनी के अभिकर्ता होने के वजह से सर्वोच्च न्यायालय के गाईड लाईन के आधार पर से गवाह बनाया गया और मुख्य आरोपी फाईन इंडिया के डायरेक्टर दिवाकर सिन्हा, भूपेन्द्र चतुर्वेदी व अन्य को आरोपी बनाते हुए विवेचना में फाईन इण्डिसेल्स प्रा.लि. कंपनी के डायरेक्टर भूपेन्द्र चतुर्वेदी, दिवाकर सिन्हा और सईद अहमद है जिले की पुलिस टीम ने दुर्ग से कंपनी के डायरेक्टर भूपेन्द्र चतुर्वेदी निवासी भिलाई नेहरूनगर को दो जनवरी को गिरफ्तार किया गया जिसके पास से एक लेपटाप, एक मोबाईल जप्त किया गया और 2 फरार डायरेक्टरों की पतासाजी में लगी रही. पुलिस की दो टीम पुख्ता जानकारी के आधार पर एक टीम ने रायपुर से कंपनी के डायरेक्टर दिवाकर सिन्हा पिता 52 वर्ष निवासी मुगेर, थाना व जिला मुगेर बिहार को पकड़ा जिसके पास से स्कोडा कार क्रमांक सीजी 07 एएस 0501, दो क्रेडिट कार्ड, एक मोबाईल व 3 चेक जप्त किया गया. तो वही पुलिस की दुसरी टीम कानपुर से कंपनी के डायरेक्टर सईद अहमद 44 वर्ष निवासी जार्ज मऊ, थाना चचेरी, जिला कानपुर उत्तरप्रदेश को पकड़ा गया. मामले में दोनों आरोपियों गिरफ्तार कर पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि प्रारंभ में फाईन इण्डिसेल्स (फाईन इंडिया) प्रा.लि. कंपनी बनाकर नेटवर्किग सिस्टम से जोड़ा गया, कंपनी से जुड़ने के लिए 2 हजार रूपये सदस्या शुल्क लेकर उन्हें सामग्री की पैकेट दी जाती थी बाद में उसे बढ़ाकर 10 हजार रूपये कर दिया गया और उसकी भी सामग्री दी जानी लगी. नेटवर्किंग सिस्टम में जो एजेंट जितने ज्यादा सदस्य बनाता था उसे प्रत्येक सदस्य से 1 हजार रूपये कमीशन दी जाती थी इस प्रकार करोड़ो-अरबो की धोखाधड़ी की. प्रचार-प्रसार के अभाव एवं एजेंट बढ़ाने के उद्देश्य कंपनी का आॅफिस कानपुर उत्तरप्रदेश से बढ़ाते हुए मुम्बई में प्रारंभ किया गया. इन जगहों से पूरे भारत में धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया. सूरजपुर जिले में 132 इन्वेस्टरों से करीब के 98 लाख रूपये की राशि की धोखाधड़ी की गई है. पुलिस की कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर दीपक पासवान, एसआई संतोष सिंह, एएसआई देवनाथ चैधरी, प्रधान आरक्षक ऐसन पाल, तालीब शेख, रजनीश त्रिपाठी, आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे, कैलाश यादव, युवराज यादव, रौशन सिंह, अकरम मोहम्मद व सत्यम सिंह सक्रिय रहे.
कई जिलो में है अपराध दर्ज
इस पुरे मामले में पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि कलकत्ता सीबीआई के द्वारा प्रकरण की विवेचना की जा रही है एवं कटक उड़ीसा सीबीआई न्यायालय में प्रकरण विचारण में है. प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के द्वारा फाईन इंडिसेल्स (फाईन इंडिया) प्रा.लि. कंपनी के पूरे एकाउण्ड से 150 करोड़ रूपये फ्रीज किया है जिसके संबंध में अग्रिम कार्यवाही उनके द्वारा की जा रही है. जिले के अलावा जांजगीर-चाम्पा में 3 प्रकरण, जिला कांकेर में 1 प्रकरण, जिला बालौद में 2 प्रकरण एवं जिला राजनांदगांव 01 प्रकरण कुल 08 पंजीबद्व है जिन जिलों में कंपनी के विरूद्व मामला दर्ज है वहां की पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है.