आम आदमी के सपनों पर महंगाई की मार…मध्यमवर्ग पिसने को मजबूर… मंहगाई की समस्या पर सरकार मौन-आर के ओझा

राजेश सोनी
सूरजपुर. आज केन्द्रीय बजट पर सभी की नजर थी. केन्द्रीय वित मंत्री ने सदन में बजट का पिटारा खोला, जिसको लेकर तरह तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है भाजपा जिलाध्यक्ष बाबुलाल अग्रवाल ने सभी वर्गो का ध्यान में लेकर अद्योसंरचना विकास पर विषेश जोर देना बता इस बजट को देश के विकास के लिये मील का पत्थर बताया है. तो वही जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता राम कृष्ण ओझा ने आम आदमी के सपनों पर महंगाई की मार का झूठा वादा बताया. 80 लाख घर 60 लाख रोजगार कब से सुनते आ रहे हैं बड़े.बड़े वादे और चुनाव जीतने के बाद कहते हैं जुमला था. इस बजट में आम भारतीय के लिए कुछ नहीं, मध्यमवर्ग हमेशा की तरह पिसने को मजबूर है. बजट ने प्रमाणित कर दिया है कि यह कारपोरेट सरकार है कॉरपोरेट टैक्स में छूट, विदेशी मशीनरी पर छूट, हीरे जवाहरात पर छूट, लेकिन आम आदमी के लिए टैक्स में कोई राहत नहीं. श्री ओझा ने बताया कि डिजिटल इंडिया डिजिटल करेंसी की बात करते हैं और क्रिप्टो करेंसी पर 30 परसेंट टैक्स लगाते हैं और यही नहीं घाटा होने पर भी टैक्स देना होगा. ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने वाले रोजगार गारंटी योजना के बारे में एक शब्द नहीं कहते और 60 लाख रोजगार देने का झूठा वादा करते हैं. लेट फीस और पेनाल्टी के दम पर आम मध्यमवर्गीय व्यापारी से की गई जीएसटी की लूट पर अपनी पीठ थपथपाना ही इस बात को प्रमाणित करता है की निर्दयी राजा के मन में प्रजा के लिए कोई स्थान नहीं. मंहगाई की विकराल समस्या पर सरकार मौन है.