पत्रकार के खिलाफ द्वेषपूर्ण कार्यवाही पर कोरिया SP एवं पटना थाना प्रभारी को तत्काल हटाया जाये-गोविंद शर्मा ,प्रदेशाध्यक्ष अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ घोर विरोध एवं निंदा करता है। नही हटाये जाने की दिशा में प्रदेश के हर जिले में धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रकट किया जायेगा। उसके बाद एक महाधरना रायपुर में किया जायेगा

सूरजपुर. अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ द्वारा कोरिया जिले के पत्रकार रविरंजन सिंह द्वेषपूर्ण तरीके से की गई एफआईआर का विरोध एवं कोरिया एस.पी.एवं पटना थानाप्रभारी को तत्काल हटाया जाए और पत्रकार पर हुई एफआईआर को तत्काल निरस्त करने की मांग की है. अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं डीजीपी छत्तीसगढ़ श्री जुनेजा जी अपील करते हुए कहा कि विगत दिनों हमारे कोरिया जिले के पत्रकार साथी रवि रंजन सिंह के द्वारा सोशल मीडिया में वायरल चैट को लेकर एक लेख प्रकाशित किया गया था। जिसमें आपके विभाग के कई कर्मचारियों के नाम सामने आए थे? जिसके चलते पुलिस अधीक्षक बैकुंठपुर की शह पर बिना जांच पड़ताल किये पत्रकार रवि रंजन सिंह के ऊपर फर्जी मामला दर्ज कर दिया गया और उनके निकट जनों को एक अपराधी की भाँति बिना किसी सर्च वारंट के तथा बिना दूसरे जिले के लोकल पुलिस एवं परिवार जनों को सूचना दिए, सूरजपुर जिले से लाकर पटना थाने में मार पीट की गई,जिसमे एक महिला एवं १३ वर्ष के नाबालिग बच्चे को मानसिक एवं शारीरिक क्षति पहुंची है। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद शर्मा ने पत्रकार के ऊपर हुई गलत एफआईआर को तत्काल हटाने,पत्रकार की गिरफ्तारी रोकने के साथ पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी को भी तत्काल हटाने की मांग करते हुए बताया कि जो चौथे स्तभ्म का सम्मान नही करते है बल्कि उनसे द्वेष रखते हुए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे है जिसका अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ घोर विरोध एवं निंदा करता है। नही हटाये जाने की दिशा में प्रदेश के हर जिले में धरना प्रदर्शन दे कर विरोध प्रकट किया जायेगा उसके बाद एक महाधरना रायपुर में किया जायेगा. श्री शर्मा ने सीऍम बधेल व् डीजीपी के नाम ज्ञापन में उल्लेख कर बताया की पत्रकार का कार्य समाचार प्रकाशित कर समाज में चल रहे बुराई को सामने लाना होता है । जिसके लिए पत्रकार स्वतंत्र होता है। अगर पुलिस प्रशासन इस तरह अपने निजी शत्रुता के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल करता है तो यह कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता।