सूरजपुर. समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक में समाज सेवी संस्था छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा के तत्वावधान में विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर सूरजपुर में नशा मुक्ति केंद्र का उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष के के अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के सचिव सुरेन्द्र साहू ने बताया कि यह नशामुक्ति मुक्ति केंद्र समाज कल्याण विभाग के दिशा-निर्देश में चलेगा। नगरपालिका अध्यक्ष के के अग्रवाल ने कहा कि नशा मानव समाज के लिए घातक है इससे समाज में अनेकों अपराध पनपते हैं। जिला में नशा मुक्ति केंद्र की आवश्यकता थी।इस दौरान वीरेंद्र बंसल पार्षद ने कहा कि सूरजपुर जिला में नशा मुक्ति केंद्र कि आवश्यकता थी। हमारे पास अनेक लोग नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती के लिए आते थे नशामुक्ति सूरजपुर में नहीं होने से परेशानी होती थी। विशिष्ट अतिथि ग़ैबी नाथ साहू पार्षद अधिवक्ता में कहा कि छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान नशा मुक्ति जागरूकता अभियान लगातार चला रही है। आज सुरजपुर में नशा मुक्ति केंद्र की सुरूवात हो रही है। मै इस सामाजिक कार्य में पुरी सहायता और मदत करूंगा। नशेड़ी ब्यक्ति अपने इच्छाओं को पूरी करने के लिए चोरी, लूट , डकैती जैसे जघन्य आपराधिक कृत्य करने लगता है, जिससे कि वहां नशा करने के लिए पैसा इकट्ठा कर सके। इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग सुरजपुर के उपसंचालक डी तिर्की ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के दिशा-निर्देश में आज सुरजपुर जिला में नशा मुक्ति केंद्र का सुरूवात नगरपालिका अध्यक्ष के के अग्रवाल जी के द्वारा किया जा रहा है। नशामुक्ति सुरजपुर में रहने खाने पीने कि निशुल्क व्यवस्था रहेगी। जिला प्रशासन सुरजपुर द्वारा नशा मुक्त सुरजपुर बनाने हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है।इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सिद्धार्थ मिश्रा ने नशामुक्ति केंद्र में होने वाली पुरी दिनचर्या कि जानकारी प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के कार्यकर्ता दुधनाथ गोस्वामी, सिद्धार्थ मिश्रा, जितेन्द्र सोनी,अमित मिश्रा अजय सोनी, सतीश पांडेय, योगेश गुप्ता, दीपक देवांगन, आकाश साहू, संजय जायसवाल,निर्मल कुमार नागेश, कुनाल प्रधान, सहित अनेक लोग उपस्थित रहे । नशा मुक्ति केंद्र उद्घाटन के दौरान अतिथियों द्वारा नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण भी किया गया। कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग सूरजपुर के बीच तिर्की, लेखपाल सुरेश कुमार गुप्ता , महेश्वर दास अमृत सिंह उपस्थित थे।