नाराज हाथी पहुचे पुलिस चौकी…मचा हड़कम्प…दहशत में बैरक में कैद होना पड़ा…

राजेश सोनी

सूरजपुर. वन अमला से नाराज हाथी बीती रात मोहरसोप पुलिस चौकी में पहुचे जहा पर तीन घण्टे तक पुलिसकर्मी दहशत में थे. बिन बुलाये रात को पुलिस चौकी में हाथियों के पहुँच जाने से न केवल हड़कम्प मच गया बल्कि बैरक में कैद रह कर जान बचाना पड़ा. चौकी में मात्र एक केले से संतुष्ट होकर हाथी पुलिस चौकी का निरिक्षण कर चहलकदमी करते रहे । सुबह होते ही जंगल की ओर चले गए. बिहारपुर चांदनी क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से हाथियों का उत्पात जारी है। गांव गांव घूम कर 8 हाथियों का यह दल न केवल तोड़फोड़ कर रहा है बल्कि फसलों को भी भारी नुकसान पहुँचा रहे है। जिससे समूचे इलाके में भय का माहौल है। हाथियों के उत्पात के कारण गांव के लोगो की इस ठंड में मुसीबत बढ़ गई है पर वन विभाग कोई मुक्कमल हल निकाल पाने में पूरी तरह नाकामयाब है ,जिससे रोष है।गुरुवार की रात करीब दो बजे बनखेतापारा जंगल की ओर से हाथियों का यह दल मोहरसोप आ पहुँचा जहाँ हास्पिटल व पुलिस चौकी के करीब स्थित कमलेश गुर्जर के घर मे धावा बोल दिया और तोड़फोड़ की जिससे घर के लोग छत के ऊपर शरण लेकर गांव के लोगो से मदद की गुहार की जब तक लोग पहुँचते तब दीवाल तोड़ दिया और रहर, सरसो आदि फसल को रौंद डाला जिससे फसल बरबाद हो गई।इस बीच गांव वाले पहुँचे हाथियों को खदेड़ा तो समूचा हाथियों का यह दल  पुलिस चौकी परिसर में जा घुसा यहां भी हाथियों ने दीवार तोड़ दिया।हाथियों का यह दल करीब तीन घण्टे तक डटा रहा इस बीच दहशत में पुलिसकर्मी छत के ऊपर स्थित बैरक में जमे रहे।सुबह करीब पांच बजे के आसपास हाथी जंगल की ओर निकले तब जाकर पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली।फिलहाल हाथी नजदीक के जंगल मे जमे हुए है जिससे मोहरसोप के लोग दहशत में है।
शुक्र था धान खरीदी केंद्र नही पहुँचे…..
शुक्र था कि हाथियों का यह दल चौकी के बगल में स्थित धान खरीदी केंद्र नही पहुँचे वरना बड़ा नुकसान हो जाता। चूंकि वहां बड़े पैमाने पर धान था जिससे हाथियों की बल्ले बल्ले हो जाती और पूरा धान चट कर जाते। लेकिन नजदीक के जंगल मे डटे होने के कारण खतरा अभी बना हुआ है। इसे लेकर वन विभाग सतर्क है।
चौकी में नही हुआ है नुकसान…..
रात करीब 3 बजे चौकी में हाथियों का दल पहुँचा था। टीआई का फोन आया था। बगल में धान खरीदी केंद्र बाल बाल बच गया।वन विभाग खदेड़ने में लगा हुआ पर किया क्या जाए यह पूरे प्रदेश की समस्या है। उन्हें बांधा भी तो नही जा सकता-मेवालाल रेंजर बिहारपुर